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मूलांक (जन्मांक) और भाग्यांक (पथांक) क्या है? आप इसकी गणना कैसे कर सकते हैं?What is Moolank (Birth Number) and Bhagyank (Path Number)? How you can calculate it?

अंकज्योतिष किसी के जीवन में संख्याओं का अध्ययन है। किसी व्यक्ति के जीवन काल में अंक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह न केवल किसी व्यक्ति के मार्ग को आकार देता है बल्कि व्यक्ति को उसके जीवन और दिन में अभूतपूर्व कठिनाइयों से सुरक्षित रहने की भविष्यवाणी और चेतावनी भी देता है। अंकज्योतिष पढ़ने में बहुत सारी गहन गणनाएँ शामिल होती हैं।

क्या है मूलांक और भाग्यांक




मूलांक क्या है?

मूलांक: आपका जन्मदिन नंबर आपके और आपके भाग्य की कुंजी रखता है। यह शब्द दो अलग-अलग संस्कृत शब्दों से बना है; मूल (मुख्य) और अंक (संख्या)। मूलांक हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है और व्यक्ति के स्वभाव, गुण, गुणवत्ता आदि के बारे में बताता है।


गणना कैसे करें: 

मूलांक आपकी जन्मतिथि का योग है, अर्थात यदि किसी व्यक्ति का जन्म 25 अगस्त, 2001 को हुआ है, तो आपका मूलांक 2+5 = 7 है। यदि आपकी जन्मतिथि 20 नवंबर, 2005 है, तो आपका मूलांक है 2+0 = 2 है


भाग्यांक क्या है?

भाग्यांक: पथांक या भाग्यांक हमारी जन्मतिथि में छिपा हुआ अंक है, भाग्य का अर्थ है भाग्य। भाग्यांक या भाग्यांक जन्म तिथि की योग प्रक्रिया से तय होता है। भाग्यांक बहुत महत्वपूर्ण होता है और हमारे भविष्य को बेहतर ढंग से निर्धारित करने में मदद करता है।


कैसे करें गणना: 

अपना भाग्यांक जानने के लिए अपनी पूरी जन्मतिथि यानी 2 अगस्त 1995 की गणना करें, फिर 2+8+1+9+9+5= 34 = 3+4 =7। तो, इस मामले में 7 पथ संख्या है।


 

अपना मूलांक और भाग्यांक जानने से निश्चित रूप से आपको जीवन के कई पहलुओं में मदद मिलेगी। इसके माध्यम से व्यक्ति अपना भविष्य, करियर और नौकरी संबंधी सफलता निर्धारित कर सकता है।

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